
राजा बाबू भोजपुरी मूवी स्टोरी इन हिंदी
राजा बाबू एक सुपरहिट भोजपुरी मूवी है राजा बाबू मूवी 14 अगस्त 2015 में रिलीज हुई थी राजा बाबू फिल्म के निर्देशक और निर्माता मंजुल ठाकुर जी हैं राजा बाबू फिल्म के मेन स्टार कास्ट दिनेश लाल निरहुआ, मोनालिसा और आम्रपाली दुबे जी हैं .
इस फिल्म की कहानी तड़वा गांव जिला गाजीपुर के राजकुमार उर्फ राजा बाबू की है राजा बाबू दिन और रात खाली अपने सपनों में डूबा रहता था और अपना सपना के पूरा होने के लिए सपना देखता रहता था क्या उसका सपना था कि वह 1 दिन वह कौन बनेगा करोड़पति में जाएगा और वहां से 7 करोड रुपए जीत कर लाएगा, नहीं और वह इसी उम्मीद में दिन-रात कौन बनेगा करोड़पति में फोन लगाता रहता था लेकिन उसका फोन कभी नहीं लगता था इसी आस में कि 1 दिन उसका फोन कौन बनेगा करोड़पति में जरूर लगेगा और वह कौन बनेगा करोड़पति खेलने जाएगा इसी बात को लेकर लोग और उसके घर वाले उसे चिढ़ाते रहते थे राजा बाबू का एक दोस्त था जिसका नाम गोधन था. 1 दिन वह अपने दोस्त की दुकान पर बाल कटवाने के लिए जाता हैऔर वहां पर राजा बाबू कौन बनेगा करोड़पति में फोन लगाते हैं और अचानक से कौन बनेगा करोड़पति में उसका फोन लग जाता है जिससे वह बहुत खुश हो जाता है कौन बनेगा करोड़पति से उसे एक सवाल पूछा जाता है और राजकुमार जी उसका सही जवाब देते हैं जिससे उन्हें कहा जाता है कि आप इंतजार करिए आपका सिलेक्शन होते ही आपको फोन कर दिया जाएगा तब तक के लिए आप अपना फोन ऑन रखें धन्यवाद, और उसी गांव में एक डमरु नाम का आदमी रहता था जिससे राजा से कभी नहीं बनती थी वह कभी कदार आपस में लड़ाई भी करते रहते थे .
राजा के माता पिता उससे शादी करने के लिए कहते हैं लेकिन राजा शादी करने के लिए मना कर देता है और कहता है कि पहले हम 7 करोड़ जीतेंगे उसके बाद विवाह करेंगे उसके घर वाले उसे 1 महीने का टाइम देते हैं और कहते हैं अगर एक महीने में करोड़पति से फोन नहीं आया तो उसे शादी करना होगा यह बात राजा मान लेता है और फोन आने का इंतजार करने लगता है लेकिन एक महीने में फोन नहीं आता है और राजा अपना फोन तोड़ देता है और शादी के लिए तैयार हो जाता है शादी हो चुकी होती है कि उसी दिन उसके दोस्त गोधन के मोबाइल पर कौन बनेगा करोड़पति से फोन आता है और राजकुमार से कहा जाता है कि आप इसी महीने के 15 तारीख को मुंबई पहुंच जाइए .
उसके बाद राजा अपने दोस्त को गोधन के साथ मुंबई के लिए निकल पड़ता है और वाह बताया गया पते पर पहुंच जाता है जहां पर उसे डॉली नाम की एक लड़की से मुलाकात होती है जो वह भी करोड़पति में हिस्सा लेने के लिए आई होती है और फिर वहां पर फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड के लिए राजा बाबू बैठते हैं और उस राउंड मैं राजा बाबू जीत जाते हैं और करोड़पति खेलने का उनको मौका मिल जाता है और वह हॉट सीट पर बैठ जाते हैं और वहां पर बैठकर वह खेल के नियम सीखते हैं और खेलना शुरू कर देते हैं और सारे सवालों का सही जवाब देकर राजा बाबू 7 करोड़ रुपए जीत जाते हैं .
यह सब देख कर डाली नाम की लड़की राजा बाबू को अपने प्यार में फंसाकर उनसे 7 करोड रुपए हड़पना चाहती थी और उसके साथ गलत काम करके उसे फंसा देती है यह कहकर कि उसका उसने बलात्कार किया है और उसे पुलिस का डर दिखाकर उससे शादी कर लेती है और जब वह अपना पैसा जमा करने के लिए बैंक आता है तो उसे पता चलता है कि 2 करोड़ 40 लाख रुपए सरकारी खाता में चले गए हैं जोकि टैक्स के नाम पर काटा जाता है उसके बाद वह अपने गांव चला आता है वहां उसके गांव वाले उसके स्वागत करते हैं .
गांव आकर वह शर्त के मुताबिक डमरु को चप्पलों की माला पहनाता हैऔर इस बात से डमरु उसके ऊपर बहुत नाराज हो जाता है ,कुछ समय बाद डॉली भी राजा बाबू के गांव आ जाती है और वह उसे अपने दोस्त गोधन के घर पर रखता है और फिर 1 दिन डमरु को राजा बाबू की दूसरी पत्नी के बारे में पता चल जाता है और वह डाली को उसके सही घर ले आता है जहां पर उसकी पहली बीवी रह रही होती है .
और फिर गांव में एक सरपंच मीटिंग बुलाई जाती है जिसने यह फैसला होता है कि राजा बाबू दो शादी करके अपराध किए हैं और राजा की सारी संपत्ति उसकी पहली बीवी कुसुम को दिया जाता है और राजा बाबू को डाली को सौंप दिया जाता है और कहां जाता है कि डाली राजा को कहीं भी लेकर जाए वह स्वतंत्र है बात सुन कर डाली बहुत आश्चर्यचकित हो जाती है क्योंकि उसको पैसा चाहिए होता है और फिर राजा के पिता के द्वारा आग्रह से राजा को उसी गांव में रहने का आदेश दे दिया जाता है और राजा और डाली दोनों एक साथ उसी गांव में रहने लगते हैं और सारी संपत्ति कुसुम को दे दी जाति हैं सब लोग एक साथ रहने लगते हैं और फिर 1 दिन डाली को डमरु छेड़ देता है और फिर डाली को डमरु से राजा बचा लेता है इसकी वजह से कुछ दिनों बाद धीरे-धीरे डाली को भी राजा से सच्चा प्यार हो जाता है अब हुआ 7 करोड रुपए नहीं राजा को पाना चाहती है राजा कुसुम से प्यार करने लगता है .
एक दिन वह बैंक से पूरा रुपया निकालकर घर लेकर आ रहा होता है तभी डॉली का भाई कुछ गुंडे लाकर वह पैसा छीनने की कोशिश करने लगता है इसी कारण राजा बाबू और डोली के भाई के बीच काफी ज्यादा मारपीट होती है डमरु भी डॉली के भाई के साथ होता है और फिर सभी पुलिस आ जाती है और झमरु और डाली के भाई को उठाकर ले जाती है.
और फिर राजा बाबू सारा पैसा लेकर डोली को देने लगते हैं लेकिन डोली मना कर देती है कि मुझे पैसा नहीं राजा बाबू चाहिए और फिर वह राजा बाबू को लेकर मुंबई जाने लगती है गांव वालों और राजा के घर वालों के बहुत आग्रह करने पर डॉली राजा बाबू को अपने साथ मुंबई नहीं ले जाती है और कुसुम के साथ रहने के लिए कहती है और इस तरह कुसुम और राजा दोनों एक साथ रहने लगते हैं इस फिल्म से या सीख मिलती है जो सच्चे मन से किसी से प्यार करता है 1 दिन उसे उसका प्यार जरूर मिलता है .
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